गांधीवादी युग का भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में आरम्भ (1919-47)

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन गांधीवादी युग


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राष्ट्रवाद के इतिहास में प्राय: एक अकेले व्यक्ति को राष्ट्र-निर्माण के साथ जोड़कर देखा जाता है।मोहनदास करमचंद गाँधी विदेश में दो दशक रहने के बाद जनवरी 1915 में अपनी गृहभूमि वापस आए। इन वर्षों का अधिकांश हिस्सा उन्होंने दक्षिण अफ़्रिका में बिताया। दक्षिण अफ़्रिका में ही महात्मा गाँधी ने पहली बार सत्याग्रह के रूप में जानी गई अहिंसात्मक विरोधि की अपनी विशिष्ट तकनीक का इस्तेमाल किया, स्वदेशी आंदोलन के माध्यम से इसने व्यापक रूप से मध्य वगों के बीच अपनी अपील का विस्तार कर लिया था। इस आंदोलन ने कुछ प्रमुख नेताओं को जन्म दिया, जिनमें महाराष्ट्र के बाल गंगाधर तिलक, बंगाल के विपिन चंद्र पाल और पंजाब के लाला लाजपत राय हैं। ये तीनों ‘लाल, बाल और पाल’ के रूप में जाने जाते थे।
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Welcome to Mod Education! I'm RK Yadav, an educator passionate about teaching Mathematics and Science. With a teaching journey spanning back to 2012, I've had the privilege of guiding students through the intricate realms of these subjects.